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आयास चिकित्सालय सहारनपुर में समस्यायों के समाधान को दिया ज्योतिष परार्मश


विरेन्द्र चौधरी


 सहारनपुर।“शून्य फाउंडेशन” एवं “माँ कालिके प्राच्य विद्या परिषद”, मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में आज आयास  चिकित्सालय सहारनपुर में एक नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श शिविर का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 58 लोगों की समस्याओं के समाधान के लिया परामर्श दिया गया।

इस ज्योतिष शिविर का शुभारम्भ “सिद्ध योग मठ अखाड़े” के महामंडलेश्वर परम तत्ववेता सन्तश्री कमलकिशोर जी ने ॐ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया।  

माँ कालिके प्राच्य विद्या परिषद” के अध्यक्ष आचार्य अरविंदर शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष एक सम्पूर्ण विज्ञान है। जिस प्रकार से गणित और विज्ञान कार्य करता है उसी प्रकार से सटीक गणनाओं के आधार पर ग्रहों, नक्षत्रों, के प्रभाव से मनुष्य का भूत, वर्तमान और भविष्य जाना जा सकता है।प्राचीन काल से ही मनुष्य अपना भविष्य जानने को उत्सुक रहता है और इसी जिज्ञासा ने ज्योतिष विद्या को जन्म दिया।   

वैशाली गाज़ियाबाद से ज्योतिषाचार्य श्री अजय कुमार वर्मा ने ज्योतिष की व्याख्या कारते हुए कहा कि ज्योतिषी केवल भविष्य में घटने वाली घटनाओं के बारे में सचेत करता है। जिस प्रकार बाहर अधिक गर्मी पड़ रही हो तो ज्योतिषी गर्मी को तो रोक नहीं सकता सूर्य की तपिश को नहीं रोक सकता लेकिन उपाय बता कर जैसे छतरी लगाकर चले जाओ, एयर कंडीशंड में बैठ जाओ, कूलर लगा लो, पंखे के नीचे चले जाओ, छाया में चले जाओ-- इस तरह के गर्मी से बचने के उपाय की बताकर आने वाली मुसीबतों से बचाने का कार्य करता है।

आचार्य प्रवीण भान ने ज्योतिष की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी को धन की कमी तो किसी को संतान का अभाव है। सन्तान है, तो कहना नहीं मानती। सास और बहू में झगड़ा, अपना मकान बनेगा या नहीं, मुकदमे में क्या होगा ? पैसा रुकता नहीं ? नौकरी लगेगी या नहीं लगेगी? शादी होगी या नहीं होगी?बच्चों का भविष्य कैसा होगा? इत्यादि अनेकों प्रश्न हैं जो मानव जीवन को अस्त-व्यस्त कर के रख देते हैं।  ऐसे में ज्योतिषी जन्म कुंडली को देख कर समस्याओं का समाधान करने में सहायक होते हैं।    

कार्यक्रम का पूर्ण सफल संचालन शून्य फाउंडेशन के प्रचार सचिव धीरेंद्र राठौड़ ने किया।  शिविर में दिल्ली से पधारे आचार्य प्रवीण भान ,वैशाली गाज़ियाबाद से ज्योतिषाचार्य श्री अजय कुमार वर्मा और स्वयं आचार्य रविंद्र शास्त्री ने शास्त्रोक्त विधि से लोगों की समस्याओं का समाधान किया।

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