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अफजाल खान के बाद सपा को और लगेगा बड़ा झटका,AIMIM का थामेगा हाथ

समाजवादी अफजाल खान के बाद सपा को और लगेगा बड़ा झटका,AIMIM का थामेगा हाथ

   एडवोकेट इन्तखाब आज़ाद  

सहारनपुर। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आजमगढ़ और आजम के घर में जिस तरीके से भाजपा और  मोदी योगी ने समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव को धोया वो किसी से छुपा नहीं है। लेकिन उसके बाद नानौता कस्बे के पूर्व चेयरमैन और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मौहम्मद अफजाल खान  ने सपा को अलविदा कहकर जोर का ऐसा झटका दिया, कि जिले मे सपा की चूले हिल गई। यह हर कोई जानता है ,कि सहारनपुर देहात के सपा विधायक आशु मलिक की जीत में मौहम्मद अफजाल खान की महत्वपूर्ण भूमिका है। मौहम्मद अफजाल खान के बाद जिले का एक और कद्दावर सपा नेता सपा को जोर का झटका देकर AIMIM का दामन थामेगा।

■ भले ही मौहम्मद अफजाल खान नानौता कस्बे के चेयरमैन रहे हो, लेकिन उनका वजूद और लोकप्रियता ना केवल सहारनपुर में बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनको जाना, पहचाना जाता है और उनकी बात को माना जाता है। जैसे ही नाम नानौता के पूर्व चेयरमैन मौहम्मद अफजाल खान ने सपा को छोड़ हाथी पर सवारी की,तो जहां रातों-रात मुस्लिमों में  बसपा के प्रति प्रेम बढा, वहीं सपा के प्रति लोगों की आस्था समाप्त हो गई और बसपा एक मजबूत स्थिति में आ गई। जिसका निकाय चुनाव और निकट भविष्य में लोकसभा चुनाव पर जबरदस्त प्रभाव पड़ने के साथ ही  सपा को भारी नुकसान होगा।

■ पिछले दिनों बसपा के वरिष्ठ नेता नरेश गौतम, जिला अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद, महानगर अध्यक्ष प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी नौशाद अली, सांसद फजलुर्रहमान कुरैशी सहित पार्टी के तमाम नेताओं की मौजूदगी में हजारों लोगों के बीच जब *मौहम्मद अफजाल खान* ने सपा को अलविदा कहकर जय भीम का उद्घोष किया, तो पूरा वातावरण तालियों की गड़गड़ाहट के साथ बहन जी संघर्ष करो हम आपके साथ हैं के नारों से गूंज उठा।

■ नानौता के पूर्व चेयरमैन और वरिष्ठ बसपा नेता मौहम्मद अफजाल खान ने  एक बातचीत मे तहलका एक्सप्रेस वे दिल्ली डॉन को बताया, कि देश के जो मौजूदा हालात चल रहे हैं, और भारत का बहुजन मूलनिवासी समाज, शासक वर्ग के द्वारा जुल्म की चक्की में पिस रहा है यदि उससे कोई निजात दिला सकता है, तो वो सिर्फ बहन मायावती जी और बहुजन समाज पार्टी ही है। मौहम्मद अफजाल खान  कहते हैं कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव भाजपा और उसके सहयोगी दलों से निपटने में सक्षम नहीं है। उनका कहना है कि 98 फीसद मुसलमानो ने अखिलेश यादव की सपा को वोट दिया और अखिलेश यादव के समाज ने 50 प्रतिशत भाजपा को वोट दिया। परिणाम यह रहा, कि सपा मुसलमानों का सारा वोट लेकर भी हार गई। यदि यही वोट बहन जी और बहुजन समाज पार्टी को मिल जाए, तो भाजपा भविष्य में कभी सत्ता में नहीं आ सकती। और जब भाजपा सत्ता में नहीं होगी, तो बहुजनों का राज होगा और चारों तरफ खुशहाली होगी। बहरहाल  मौहम्मद अफजाल खान के बाद अब समाजवादी पार्टी को और बड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि  सपा का यह कद्दावर नेता जल्द ही AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष, बैस्ट पार्लियामेंटेरियन, बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी  का दामन थामने वाला है। जिसका झटका,जंहा समाजवादी पार्टी बर्दाश्त नहीं कर पाएगी, वहीं बसपा को भी इसका भारी नुकसान होगा।

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