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मुस्लिम आतंकियों का प्लान... पीएम मोदी का क़त्ल और मिशन इस्लाम 2047

 PFI का गुप्त दस्तावेज बरामद... 2047 तक भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने का टारगेट... NIA की जांच शुरू•• मुस्लिम आतंकियों का प्लान... पीएम मोदी का क़त्ल और मिशन इस्लाम 2047••बिहार के फुलवारी शरीफ से पूरे भारत को चौंकाने वाला बहुत बड़ा खुलासा हुआ है 

दलीप 

-बिहार पुलिस ने एक FIR दर्ज की है जिसके मुताबिक 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ में कुछ मुसलमानों की एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी जो  प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में गड़बड़ी करना चाहते थे और इन सभी मुसलमानों को पीएम के दौरे में गड़बड़ी करने के लिए 15 दिन से फुलवारी शरीफ में ट्रेनिंग भी दी जा रही थी ।  -जब बिहार पुलिस ने गड़बड़ी फैलाने के लिए हुई मीटिंग में शामिल 2 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ के बाद उनके ठिकानों की तलाशी ली तो एक पूरा दस्तावेज बरामद हुआ था जिसका शीर्षक था... 

ISLAM 2047, Towrds Rule Of Islam In India यानी आजादी के बाद 100वें साल में यानी 2047 में भारत इस्लाम के शासन की तरफ बढ़ जाएगा। 

-इन्हीं दस्तावेजों से बिहार पुलिस को ये जानकारी भी मिली है कि फुलवारी शरीफ के इस मुस्लिम गैंग का प्लैन तुर्की और पाकिस्तान की मदद से भारत को इस्लामिक मुल्क बनाना है । फुलवारी शरीफ के सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर की गई छापेमारी के बाद कई दस्तावेज, झंडा, पैंपलेट, बुकलेट बरामद हुए है जिनका मकसद 2047 तक भारत को इस्लामिक मुल्क बनाना है 

-  पुलिस कार्रवाई में गिरफ्तार लोगों की पहचान झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्त दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के रूप में की गई है । पुलिस विभाग के आला अफसरों का कहना है कि पुलिस सेवा में रहने के बाद भी अगर कोई 'मिशन इस्लाम 2047' जैसे कार्य कर रहे संगठन से जुड़ा है तो यह चिंता का विषय है। 

- मिशन इस्लाम 2047 का लक्ष्य देश के अलग-अलग कोने से ऐसे मुसलमानों को इकट्ठा करना है जो इस तरह की सोच को सपोर्ट करते हैं । फुलवारी शरीफ में ही 6 और 7 जुलाई को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के नाम पर कैंप लगाया गया था । इस ट्रेनिंग कैंप में चरमपंथी लोग आए और मुसलमानों को तलवार, चाकू की ट्रेनिंग दी। पुलिस का कहना है कि पूरे क्रियाकलाप की CCTV फुटेज भी मौजूद है।

-अब बिहार पुलिस की जांच में पता चला है कि झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्त दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज ना केवल बिहार बल्कि दूसरे राज्यों में 'मिशन इस्लाम 2047' का प्रचार कर चुके हैं । ट्रेनिंग कैंप में बिहार के अलावा केरल, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के मुसलमान भी शामिल हुए। 

बड़ी बात ये है कि गिरफ्तार अतहर का भाई मंजर परवेज पटना गांधी मैदान ब्लास्ट की आतंकी घटना में शामिल था और फिलहाल जेल में है।

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