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टी आर पी के चक्कर में कराते हैं चैनलों पर बहस--डी पी सिंह

अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए कराते हैं चैनल धार्मिक बहस--देश जल जाए तो जल जाए टीआरपी बढ़नी चाहिए--अब वक्त आ गया है चैनलो पे धार्मिक बहस हो बंद--डी पी सिंह 

विरेन्द्र चौधरी 

मेरठ। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित ब्यान पर पूरे देश में बवाल मच गया। नारेबाजी, तोड़ फोड़, हिंसा और आगजनी हुई और आज भी नुपुर को लेकर ब्यानबाजी नहीं लफ्फाजी रूक नहीं रही है। इसका जिम्मेदार कौन है ? दूसरा सवाल है इसे बढ़ावा देने और इसे जिंदा रखने के लिए जिम्मेदार कौन है ? उक्त विचार राष्ट्रप्रेमी देवेन्द्र पाल सिंह ने व्यक्त करते हुए इसके लिए न्यूज़ चैनलों को जिम्मेदार को ठहराते हुए चैनलों पर चल रही डिबेट के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।

मेरठ के राष्ट्रप्रेमी डी पी सिंह ने कहा नुपुर शर्मा के टीवी डिबेट में कही गई बात को लेकर देश भर में हुए बवाल के लिए आप जिम्मेदार है या मैं। आप और मैं इसके जिम्मेदार नहीं हैं तो फिर कौन है इसका जिम्मेदार। जरा ठंडे दिमाग से सोचिए। डी पी सिंह ने कहा इसके लिए न्यूज़ चैनलों पर चलायी जा रही सुनियोजित डिबेट है। जिसमें कुछ देशभक्ति का आवरण ओढ़े हुए बहरूपिए बहस के समय शब्दों की सीमाएं लांघ जाते हैं। उन्होंने कहा आप सब देखते हैं खुब जोर शोर से सामाजिक और राजनीतिक विशेषज्ञ, प्रबुद्ध विचारक ये गणमान्य व्यक्ति ऐसे चिल्लाते हैं जैसे सब्जी मंडी में सब्जी बेच रहे हों। उन्होंने डिबेट में शामिल होने वाले प्रबुद्ध वक्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी भाषा का स्तर इतना गिर गया है स्तर नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। अपशब्दों का प्रयोग व अपमानित भाषा आम हो गई है। अक्सर डिबेट में बोलते हुए गाली गलौज पर उतर आते हैं।

डी पी सिंह ने कहा कि इसी निम्न स्तरीय बहस के जवाब में नुपुर शर्मा ने भी पलटवार करते हुए हदीस में लिखें को दोहरा दिया, जिससे पूरे देश में बवाल मच गया। आखिर इतना बड़ा बवाल हुआ क्यूं ? सच तो यह है कि टीवी चैनल अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए एंकर रूपी मदारी कुछ बहरूपिए बंदर,भालू,गधे और भेड़ियों को साथ लेकर मजमा लगाते हैं, फिर डिबेट के बहाने करते हैं तमाशा।उस तमाशे से अपनी टीआरपी को बढ़ाने का खेल खेलते हैं। शायद चैनल कभी नहीं सोचते कि इन घटिया डिबेटो से जनता में क्या संदेश जा रहा है। उन्होंने कहा यह सच है इन डिबेटो से लोगों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है और लोग आक्रोशित हो उठते हैं।

राष्ट्रप्रेमी डी पी सिंह ने कहा कि न्यूज़ चैनल अपनी टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में अपनी बातों को शब्दों के जाल में पिरोकर इतना बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं आप सोच भी नहीं सकते। उन्होंने कहा ये न्यूज़ चैनल कभी मंहगाई पर,देश में डेवलपमेंट कैसे हो,देश की विदेश नीति क्या होनी चाहिए,पर डिबेट कराते नहीं दिखते। क्योंकि देश इनका मकसद ही नहीं है। सिर्फ टीआरपी बढ़ा कर अपने व्यवसाय को बढ़ाना है। अगर ऐसा नहीं है तो आज भी नुपुर शर्मा के ब्यान को एक माह से ऊपर हो गया है लेकिन ये नुपुर के ब्यानों को जिंदा रखे हुए हैं। ये बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा अब वक्त आ गया है देश के आम प्रबुद्ध वक्ताओं, विचारकों और चिंतकों को न्यूज़ चैनलों के खिलाफ आवाज उठाती चाहिए ताकि निर्थक बहसों पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा अगर चैनल सार्थक मुद्दों पर बहस करायें तो सार्थक विचार सार्थक परिणाम निकलकर सामने आते। लेकिन इन्हें वो बहस करानी है जो इनकी टीआरपी बढ़ाये चाहे देश में आग लग जाये। उन्होंने कहा अब वक्त आ गया है धर्म से जुड़े मुद्दों पर बहस बंद होनी चाहिए।

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