मुछो की लड़ाई होगी, खत्म सभी संगठन आयेंगे एक मंच पर, पृथक पश्चिम प्रदेश का आंदोलन होगा तेज--विरेन्द्र चौधरी हर संगठन से होगा एक पदाधिकारी संयुक्त संघर्ष समिति का सदस्य, संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में होगा आंदोलन--संजीव मलिक मौसम
डीपी सिंह/गगन त्यागी
सहारनपुर। पृथक पश्चिम प्रदेश के लिए लगभग चालीस संगठन अपने-अपने क्षेत्रों में आंदोलित है। फिर भी पृथक पश्चिम प्रदेश जन आंदोलन नहीं बन पाया। दरअसल हर संगठन अपनी-अपनी मुछं मरोड़ता रहता है। हर आंदोलनकारी अपने आप में बड़ा नेता हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि सारे संगठन के बुद्धिजीवियों की एक बैठक बुलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है।
इस संबध में जानकारी देते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के सह-संयोजक विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश के विभाजन के लिए बुंदेलखंड, पूर्वांचल और पश्चिम प्रदेश में दर्जनों संगठन अलग-अलग लड़ाई लड़ रहे हैं। इसीलिए आंदोलन कमजोर है और सरकारें इन संगठनों को सीरियसली नहीं लेती। चौधरी ने कहा कि आज संजीव मलिक मुज्जफरनगर से वार्त्तालाप के बाद उनके सुझाव पर गंभीरता से विचार करते हुए पृथक पश्चिम प्रदेश पर संयुक्त संघर्ष समिति के गठन और उसके नेतृत्व में लड़ाई लड़ने पर वो सहमत हैं। लेकिन १४ जौलाई को देवबंद रैली के बाद संगठन की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा अपने फैसले पर मोहर लगायेंगे।विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि बिखरे हुए संगठन के आंदोलनकारी अगर एक मंच पर आ गये तो सरकार की मजबूरी बन जायेगी कि वो पृथक पश्चिम प्रदेश की घोषणा करें। उन्होंने कहा पृथक पश्चिम प्रदेश बनने के बाद सरकारी यूनिवर्सिटी, मेडिकल सुविधा, शिक्षा मुख्यालय, पुलिस मुख्यालय व हाईकोर्ट आपके पश्चिम प्रदेश में होगा। आपकी विधानसभा की दूरी दो घंटे की रह जायेगी,और पश्चिम प्रदेश दुनिया का सबसे विकसित राज्य होगा। उन्होंने पृथक पश्चिम प्रदेश के आंदोलनकारियों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग संयुक्त समिति के नेतृत्व में संगठित होकर आंदोलन को तेज करें। वरना आज़ादी के सत्तर साल से आप आंदोलन कर रहे हैं,एक सौ सत्तर साल तक आंदोलन करते रहना, आपके हाथ कुछ नहीं लगेगा।
संजीव मलिक मौसम ने कहा कि हम अलग अलग रहकर आंदोलन कर रहे हैं, नतीजा सबके सामने है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि अगर पृथक पश्चिम प्रदेश के तमाम संगठन एक हो गये तो यह आंदोलन किसान आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन होगा। संजीव मलिक मौसम ने कहा वो पिछले कुछ दिनों से संयुक्त संघर्ष समिति बनाने का प्रयास कर रहे हैं। विरेन्द्र चौधरी से बात होने के बाद हमारे हौसले बुलंद हुए है और संयुक्त संघर्ष समिति का गठन जल्दी कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा इसी कड़ी में वो पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के १४ जौलाई को देवबंद में होने वाली रैली में समर्थन देने पहुंचेंगे। संजीव मलिक मौसम ने कहा हम पश्चिम प्रदेश की आने वाली पीढ़ियों की आर्थिक मजबूती की लड़ाई लड़ रहे हैं,इस लड़ाई में पश्चिम प्रदेश के हर घर से सिर्फ एक आंदोलनकारी को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अगर हर एक घर से एक आंदोलनकारी जुड़ गया तो लाखों आंदोलनकारी होंगे और सरकार आपके कदमों में होगी।
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