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पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन के लिए पर्वत के पत्थर चाहिए--किसने कहीं क्यों कही ये बात-जाने वजह

 पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन के लिए पर्वत के पत्थर चाहिए--विरेन्द्र चौधरी••व्यापारियों को छोटे राज्यों के आंदोलन से जुड़ना जरूरी--सरदार अरविन्दर सिंह लांबा ••हम अपने बच्चों को आर्थिक आज़ादी नहीं दे रहे विषम परिस्थितियां--गगन त्यागी ••हिंदू मुस्लिम के दायरे तोड़ो पश्चिमांचली बनो--राव रज़ा••छोटे राज्य विकसित राज्य, इसलिए आंदोलन जरूरी--भूपेन्द्र सिंह 

डी पी सिंह/सुनील धीमान

सहारनपुर। पृथक पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के चन्द्रनगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता गगन त्यागी व संचालन भूपेन्द्र सिंह ने किया।इस अवसर पर आंदोलन के लिए ठोस रणनीति पर विचार हुआ।

        संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने बैठक को फोन पर संबोधित करते हुए कहा कि मुझे अपार खुशी है कि संगठन के पदाधिकारी अब अपने अपने क्षेत्रों में बैठक करने लगे हैं, इससे साफ जाहिर हो गया कि अब आंदोलन निर्णायक लड़ाई लड़ने की तरफ अग्रसर है।

अपने साथियों को संबोधित करते हुए मोर्चा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी ने कहा "पर्वत यूं ही नहीं बनते, उसमें पत्थरों की एकता होती है। इसी तरह किसी भी आंदोलन के लिए हमें आपके मजबूत सहयोग की आवश्यकता है। चौधरी ने कहा हमें अपनी गलियों से,अपने घरों से ऐसे पत्थर निकालने हैं जो पर्वत का आकार तो लेना चाहते हैं,मगर गुमराह है या गुमराह किये जा रहे हैं। ऐसे नवयुवकों को समझना होगा, समझाना होगा कि हिंदू होने पर गर्व होना चाहिए ना कि गुमराह। उन्होंने पदाधिकारियों से अपील की कि वे अपना प्रचार तंत्र मजबूत करें और छोटे-छोटे पत्थरों को संगठित कर आंदोलन से जोड़े और आंदोलन को पहाड़ बना दे।

         मुक्ति मोर्चा व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सरदार अरविन्दर सिंह ने कहा आज की स्थिति यह है कि सबसे ज्यादा शोषित व्यापारी हैं। अफसर दफ्तरों में बैठकर व्यापारियों का शोषण करते हैं, राजधानी दूर होने के कारण व्यापारी शिकायत करने से बचता है, दुकान संस्थान बंद करके लखनऊ के चक्कर कौन लगायेगा। उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि व्यापारियों को पश्चिम प्रदेश आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की आवश्यकता है।

संगठन के वरिष्ठ नेता गगन त्यागी अध्याना ने कहा आंदोलन को गति ना मिलना ये सिद्ध करता है हम संगठित नहीं है। हम सब अपने अपने हितों के लिए लड़ रहे हैं। त्यागी ने कहा कौन नहीं जानता कि उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ बनने के बाद आर्थिक रूप से सम्पन्न हुए हैं। उन्होंने कहा हम अपने बच्चों को आर्थिक सम्पन्नता देने के बजाय उनके लिए विषम परिस्थिति दे रहे हैं। उन्होंने कहा जो लड़ें उन्होंने अपना अलग स्टेट पा लिया। उन्होंने कहा अब सही वक्त है आंदोलन से जुड़ने और आंदोलन को तेज करने का। 

मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राव रज़ा ने कहा पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के बाद यहां विकास की बाढ़ आ जायेगी। रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। आर्थिक सम्पन्नता मिलेगी।राव रज़ा ने कहा आज आवश्यकता है सब लोग हिंदू मुसलमान के दायरें तोड़ कर पश्चिमाचंली बनो। उन्होंने कहा जब भी आंदोलन तेज होता है तो अफवाहें फैलाई जाती है कि पश्चिम प्रदेश बना तो पाकिस्तान बन जायेगा। उन्होंने कहा आप बताइएगा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कितने मुसलमान विधायक और सांसद हैं। राव रज़ा ने युवाओं से अपील करते हुए कहा अपने खूबसूरत भविष्य के लिए आप आंदोलन से जुड़कर अपने अपने भविष्य की लड़ाई लड़ें।

जिला महामंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि दुनिया के सम्पन्न देशों और प्रदेशों की जनसंख्या कम है, इसलिए वहां शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समस्या कम है। कम जनसंख्या वाले प्रदेशों में प्रशासनिक और शासनिक व्यवस्था मजबूत होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा पूरे उत्तर प्रदेश में एक एम्स है,वो गोरखपुर में है,उस एम्स का पश्चिम प्रदेश के मरीजों को क्या फायदा। उन्होंने बताया लखनऊ में बैठे मुख्यमंत्री शायद यहां के विधायकों का नाम भी ना जानते हों,एक लखनऊ में बैठा पुलिस प्रमुख यहां की स्थिति पर कैसे करीब से नजर रख सकता है, नामुमकिन है। ऐसी परिस्थितियों से बाहर आने के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन से जुड़ना जरूरी है।

 बैठक में दर्जनों लोगों ने अपने विचार रखते हुए कहा हम सब मिलकर आंदोलन को तेज करने में पूरा सहयोग देंगे।

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