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उत्तर प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राज्य-इसलिए विभाजन जरूरी-भगज सिंह वर्मा


पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने तक संघर्ष जारी रहेगा••••भाजपा की योगी सरकार गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल तत्काल घोषित करें - भगत सिंह वर्मा•••• 
पृथक पश्चिम प्रदेश के लिए आंदोलन में जहां भी जरूरत होगी करनावल की जनता पहुंचेगी-विनोद करनावल 

विरेन्द्र चौधरी 

मेरठ-करनावल में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है।

करनावल में किसानों को संबोधित करते हुए भगत सिंह वर्मा ने कहा उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी और अव्यवस्था की चपेट में है, यहां कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। शिक्षा चिकित्सा विकास और उन्नति की दृष्टि से उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांट कर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ करोड़ जनता की उन्नति के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों 6 मंडलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। 

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश बनने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होंगी और प्रति व्यक्ति वार्षिक आय दुनिया में सबसे अधिक आय वाले देश कतर से भी अधिक होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले प्रदेश सरकार को 80% राजस्व देते हैं, जबकि यहां के विकास पर मात्र 19% धन खर्च किया जाता है। इसमें से भी आधा कमीशन में चला जाता है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि किसानों मजदूरों बेरोजगारों नौजवानों और छात्रों को एकजुट होकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के संघर्ष में आगे आना चाहिए।यहां लगातार बढ़ती हुई समस्याओं का एकमात्र हर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण ही है जिसके लिए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा का संघर्ष पृथक राज्य निर्माण होने तक जारी रहेगा।

 भगत सिंह वर्मा ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर अन्नदाता किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है और यहां देश में सबसे अधिक गन्ना पैदा होता है लेकिन सरकार की गलत नीति के कारण प्रदेश के गन्ना किसानों पर सबसे अधिक कर्ज हो गया है गन्ना किसानों को उनके गन्ने का ₹450 कुंतल लागत मूल्य भी भाजपा की योगी सरकार नहीं दिला रही है जिसके कारण प्रदेश के गन्ना किसान घोर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार प्रदेश में गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल तत्काल घोषित कराएं और प्रदेश की चीनी मिलों से पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान अविलंब दिलाएं और पिछले वर्ष में प्रदेश के 120 चीनी मिलों द्वारा देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 12 हजार करोड़ रुपए तुरंत गन्ना किसानों को दिलाएं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि गन्ना से चीनी मिलों में चीनी के साथ शीरा बनता है और शिरे से अल्कोहल बनता है और अल्कोहल से प्रदेश सरकार को प्रतिवर्ष एक्साइज ड्यूटी के रूप में 34  हजार करोड रुपए राजस्व प्राप्त होता है। भगत सिंह वर्मा ने पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण कराने और गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल कराने के लिए किसानों मजदूरों युवाओं छात्रों बुद्धिजीवियों से संघर्ष करने का आह्वान किया।

जनसभा को सम्बोधित करते हुए विनोद करनावल ने कहा करनावल की जनता उत्तर प्रदेश का विभाजन चाहती है,इस मुद्दे पर भगत सिंह वर्मा जहां भी आंदोलन के लिए आवाज देंगे,हम पहुचेगें। विनोद पूर्व सभासद ने कहा कि प्रदेश सरकार को करनावल को तहसील बनाने की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा पृथक पश्चिम प्रदेश की लड़ाई के लिए तमाम संगठनों को एक मंच पर आना चाहिए।जिस दिन तमाम संगठन एक मंच पर आ गये,उस दिन सरकार को झुकना पड़ेगा और पृथक पश्चिम प्रदेश का सपना पूरा हो जाएगा।

 जनसभा की अध्यक्षता करनावल निवासी पूर्व प्रधानाचार्य चौधरी सुरेंद्र सिंह जी ने की और संचालन धर्मपाल गिरी ने किया। जनसभा को भारतीय किसान यूनियन वर्मा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश सचिव चौधरी ऋषि पाल प्रधान गुर्जर,  चौधरी विनोद कुमार, राहुल जड्डोदिया, बबलू मलिक, मास्टर इंदरपाल सिंह, राजीव उज्जवल, रविंद्र कुमार, धर्मवीर सिंह, वीरेंद्र सिंह , सतीश कुमार, दीपक चौहान, गजेंद्र चौहान, परवीन शर्मा, सत्येंद्र, मांगेराम, बलजीत,राकेश कुमार, अमरजीत सिंह, विजयपाल सिंह, रोहिताश, सुशील शर्मा, विजेंद्र, परवीन, अंकित शर्मा, अशोक मलिक, मनोज कुमार ,जितेंद्र आदि ने संबोधित किया।


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