विजयकांत चौहान ने भारत माता व शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की प्रतिमाओं पर खून से तिलक कर दी श्रद्धांजलि •••• बोले अभी अखंड भारत की लड़ाई जारी है।
विरेन्द्र चौधरी
सहारनपुर। आज आज़ादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा था। पूरा शहर तिरंगे के रंग से रंगा था। शहर में एक अजीब उल्लास का उत्सव था। सहारनपुर ही नहीं पूरा देश राष्ट्रीय पर्व को लेकर अतिउत्साह में था।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे भारतीय शख्स के बारे में बतायेगें,जो बारह महीने तिरंगे से लिपटा रहता है।उसकी बाइक पर चारों तरफ तिरंगे झंडे लगे रहते हैं।भारत माता और शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की तस्वीरें विराजमान रहती है।शरीर पर फौजी पौशाक लाउडस्पीकर पर देशभक्ति के गीत बजते रहते हैं। वो शख्स हर पल आज़ादी के महोत्सव का अहसास कराता है। देश धरती मां और शहीदों के दीवानें को नयी पीढ़ी शायद पागल समझती हो, लेकिन आप उससे मिलकर जब उससे बातचीत करेंगे तो आप उसके दीवाने हो जायेगें। उस शख्स का नाम है विजयकांत चौहान।
विजयकांत चौहान का जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ। हिंदूत्व और राष्ट्रप्रेम शायद उनके डी एन ए में हैं। इस बात का पता चलता है कि उनकी मोटरसाइकिल पर तिरंगे झंडे लहराते रहते हैं। तिरंगे झंडो के बीच भारत माता और शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की तस्वीर स्थापित है। जिनमें हमेशा ताजे फूलों की मालाएं पड़ी रहती है। विजयकांत चौहान अन्य नागरिकों की तरह 15 अगस्त या 26 जनवरी के राष्ट्रीय पर्वों पर नहीं कभी भी आपको शहीदे आजम की मूर्तियों की सफाई करते दिखाई पड़ जायेंगे। उनके शरीर पर फौजी चोला, लाउडस्पीकर पर मेरा रंग दे बसंती चोला जैसे राष्ट्रभक्ति गीत बजते देख कुछ लोग उन्हें पागल, दीवाना, कुछ लोग उन्हें सनकी भी कहते हैं। शहीद कभी मरते नहीं वो हमारे आदर्श हमारी आत्मा हमारे नारों में जिंदा है। लेकिन कभी कभी लगता है कि शहीदे आजम सरदार भगत सिंह आज भी सशरीर हमारे बीच जिंदा है। इसीलिए अधिकाशं लोग उन्हें जूनियर भगत सिंह का दर्जा देने लगें हैं। आज़ादी के 76वें अमृत महोत्सव पर्व पर जब पूरा देश शहीदों को नमन कर रहा था, उनके नारे लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था। उस वक्त जूनियर भगत सिंह ने सहारनपुर में स्थित भारत माता चौक नुमाइश कैंप,पुल खुमरान,घंटाघर सैक्टर 99 चौक पर स्थित भगत सिंह की प्रतिमाओं पर गनभेदी नारों के बीच अपने लहू से तिलक कर श्रद्धांजलि अर्पित की। लोगों ने जब उन्हें खून से श्रृद्धांजलि अर्पित करते देखा तो सैकड़ों युवा रोमांचित उत्साहित हो उठे। महिलाओं ने उनकी तस्वीरें उतारी। युवाओं ने उनके साथ सेल्फियां ली। हसनपुर चौक पर जब वो देश भक्त वीरों की प्रतिमाओं पर खून से तिलक कर रहे थे उस वक्त सैकड़ों लोगों ने देश भक्ति के नारों के बीच नृत्य किये।विजयकांत चौहान ने भारत माता चौक से तिरंगा यात्रा प्रारंभ कर,पुल खुमरान,शहीद गंज, नेहरू मार्केट, घंटाघर,रेलवे रोड़,कोर्ट रोड़,जैन ड्रिगी कालेज रोड, मल्हीपुर रोड़, हसनपुर चुंगी होते हुए नुमाइश कैंप में अपनी तिरंगा यात्रा का समापन किया। जगह जगह रोककर लोगों ने उनका स्वागत किया। समापन के समय उन्होंने कहा मेरे शरीर पर ये फौजी ड्रेस और बाइक पर तिरंगे,भारत माता व शहीदे आज़म भगत सिंह की तस्वीरें इस बात की गवाह है और युवाओं के लिए संदेश है कि अखंड भारत की लड़ाई अभी जारी है। उन्होंने कहा देश के हर नागरिक को खासकर युवाओं को हर दिन हर पल आज़ादी के उत्सव में जीते हुए अखंड भारत की की तरफ कदम बढ़ाने होंगे। देश पर बलिदान होने वाले शहीदों के प्रति ये ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।साथ में सुमित सिंह रोहिला,प्रशांत गुर्जर
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