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स्कूल संचालकों ने सर पर कफन बांध लिया है भूखे मरने से बेहतर है सरकार की गोली खाकर मरेंगे-डाक्टर अशोक मलिक

 


अब स्कूल संचालकों ने सर पर कफन बांध लिया है भूखे मरने से बेहतर है सरकार की गोली खाकर मरेंगे••31 दिसंबर को लखनऊ में होगी सभी संगठनों की बैठक डॉ मलिक

विरेन्द्र चौधरी/अरविन्द चौहान 

सहारनपुर। आज लेबर कॉलोनी स्थित बीडीएम पब्लिक स्कूल में उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ की बैठक जिला अध्यक्ष के पी सिंह जी के अध्यक्षता और हर्षित चौधरी के संचालन में संपन्न हुई। 

बैठक को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अशोक मलिक ने कहा कि शिक्षक महापंचायत को सफल बनाने वाले उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े पदाधिकारियों सदस्यों और भारतीय किसान यूनियन वर्मा  सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का जनसैलाब पब्लिक का आक्रोश उमड़ा है। उसी के सापेक्ष में आज कोर कमेटी की धन्यवाद बैठक बुलाई गई है सभी पत्रकार बंधुओं का भी धन्यवाद जिन्होंने सहयोग किया है यह भी प्रस्ताव पास हुआ है कि जो अखबार आपको सहयोग कर रहा है और  खबरें छाप रहा है उन्हें अखबारों को खरीदो और उन्हें ही पढ़ा जाए।

        अशोक मलिक ने कहा की 31 दिसंबर को लखनऊ में सभी संगठनों की बैठक बुलाई गई है जिसमें सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी,उसके लिए रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा सरकार की मंशा को निजी स्कूल संचालक भांपते हुए जान चुके हैं कि वह निजी स्कूल और मदरसों संस्कृत बोर्ड के सभी स्कूलों के घोर विरोधी है। अभी निजी स्कूल कोरोना की मार से नहीं उभर पाए थे कि सरकार ने अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति का डाटा डिलीट मार कर गरीब विरोधी मनसा उजागर कर दी है। उधर गत 4 वर्षों से गरीब दुर्बल वर्ग के आरटीई के बच्चों को निशुल्क पढ़ा जा रहा है उसकी भी फीस प्रतिपूर्ति सरकार ने नहीं दी। गत 4 वर्षों से गरीब बच्चों को ड्रेस और किताबों का ₹5000 सरकार देती थी,वह भी नहीं दिया गया। अभिभावक स्कूल संचालकों पर हावी होकर कहता है कि सरकार ने हमारे  बच्चो का दाखिला आपके स्कूल में कराया है बगैर किताबों और  बिना ड्रेस के पढ़ाना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा सरकार नहीं चाहती कि गरीब का बच्चा शिक्षित हो। सरकार की गलत नीति से हमारे प्राइवेट स्कूलों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। बिजली के बिल हाउस टैक्स जलकर सहित अन्य बहुत से टैक्स को आधार बनाकर जिला प्रशासन स्कूल संचालकों की आर सी काट रही है सरकार हमारे सब्र का इंतिहान ना ले। अब हमारे सब्र का बांध टूट चुका है, हमने सर पर कफन बांध लिया है अब भूखे मरने से बेहतर है हम सरकार की गोली खाकर मरने को तैयार है।

     जिला अध्यक्ष के पी सिंह व हर्षित कुमार ने कहा कि निजी स्कूलों में ताला लगाने के अलावा कोई रास्ता बचा नहीं है उधर महंगाई चरम सीमा पर है। स्कूल संचालकों सहित शिक्षक ड्राइवर चपरासी और क्लर्क माली चौकीदार आदि महंगाई से प्रभावित हो रहे हैं। इस प्रकार स्कूल संचालक के पास आत्महत्या करने के अलावा दूसरा रास्ता बचा नही। यह निजी स्कूलों की सरकार परीक्षा ले रही है हम  आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।

बैठक को अमरीश कुमार शर्मा अंजली यादव प्रदीप कुमार राजन डबराल मनोज मलिक भोपाल सिंह हरेंद्र कुमार ने संबोधित किया।बैठक में मनोज कुमार राघव कुमार जावेद कार्तिक कटारिया अनमोल हिमांशु अक्षित बिरला रमेश कश्यप मनीष कुमार कुलदीप संदीप सुरेंद्र अशिका चौधरी लक्ष्य चौधरी आदि उपस्थित रहे

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