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देश के गरीब बच्चों का सपना उसके आर्थिक तंगी के कारण टूट जाता है-अशोक मलिक


 विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर। लखनऊ के जवाहर भवन के डायरेक्टर ऑफ जनरल के सभागार में यू पी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के विभिन्न संगठनों व व सरकार के प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख सचिव आलोक कुमार स्पेशल सेक्रेट्री श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल डायरेक्टर ऑफ जनरल संतोष राय के बीच हायर एजुकेशन से लेकर हाई स्कूल इंटर सभी बोर्ड के संस्थानों कौशल विकास मिशन से जुड़े व्यावसायिक संस्थानों पैरामेडिकल और मेडिकल कॉलेजो से जुड़े निजी संस्थानों के संचालकों के बीच शिक्षा में क्या-क्या सुधार की आवश्यकता है उस पर करीब 4 घंटे तक मीटिंग चली

लंबी चर्चा के उपरांत  नेशनल इंडिपेंडेंस स्कूल एलाइंस (निशा )के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने विस्तार से चर्चा की और कहा कि हमें इमारत की नींव पर नजर रखनी होगी यदि नीव मजबूत है यानी बेसिक शिक्षा बच्चे की मजबूत हो जाती है और उसका बेस मजबूत है तो हाई स्कूल इंटर के बाद बच्चा अपना रास्ता तलाश कर और रोजगार परक शिक्षा लेकर देश को मजबूत करने का सीधा रास्ता है

उत्तर प्रदेश प्राइवेट स्कूल टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक मलिक ने संबोधित करते हुए कहा की देश के गरीब बच्चों का सपना उसके आर्थिक तंगी के कारण टूट जाता है बच्चे का अरमान या सपना तब अधूरा रहता है जब उसने नीट की परीक्षा पास करने के उपरांत उसके अभिभावक की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण  मोटी फीस देने में असक्षम मजबूर हो जाता है  गत 3 वर्षों से सरकार के पास बजट न होने की वजह से पैरामेडिकल आई टी आई ;आई आई टी आदि के कोर्सों की फीस प्रतिपूर्ति सरकार ने नहीं दी उससे करीब आईटीआई सहित सभी कोर्सों मे50% छात्र छात्राओं ने प्रवेश नहीं लिए सीटें खाली गई और 20 परसेंट बच्चों में फीस न देने के कारण से आईटीआई छोड़ने पर मजबूर हो गए सरकार का कौशल विकास मिशन खोखला साबित हो रहा है सरकार चाहती है कि कुशल भारत कौशल भारत का नारा मात्र नारे तक सीमित रहेगा इस पर सरकार को पुनः विचार कर चिंतन मंथन करना चाहिए

श्री मलिक ने सरकार को इंगित करते हुए कहा कि 25 परसेंट के निशुल्क बच्चों को आरटीई के निशुल्क बच्चों को गत 4 वर्षों से शिक्षा दी जा रही है और करीब 500 करोड रुपए के सापेक्ष में सरकार ने मात्र 40 करोड आर टी ई के लिए बजट पारित किया है इसलिए गरीब का बच्चा शिक्षा पानी में वंचित रह जाता है इस पर सरकार ने पुनः विचार करने का आश्वासन दिया

गोष्ठी को लखनऊ से अतुल श्रीवास्तव आगरा से डॉक्टर सुशील गुप्ता अलीगढ़ से प्रवीण अग्रवाल राकेश नंदन अलीगढ़ राहुल केसरवानी मेरठ बलविंदर कानपुर डॉ विनय कुमार वर्मा बनारस हाजी वसीम अहमद बनारस विवेक यादव इटावा माला मेहरा लखनऊ त्रिलोक सिंह राणा आगरा दीपक मधोक जयसवाल बनारस महेंद्र नाथ जायसवाल महाराजगंज पराग पंडित मेरठ हाजी वसीम अहमद बनारस अमित मेरठ राकेश नंदन अलीगढ़ अजय शाही गोरखपुर अमरदीप मिर्जापुर सीजे थॉमस महाराजगंज अमरप्रीत सिंह कानपुर ने भी संबोधित किया

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